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Berni - ceo, Christianityworks

मैं दाखलता हूँ।

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यूहन्ना 15:5-7 “मैं दाखलता हूँ और तुम डालियाँ हो। जो मुझ में रहता है और मैं उस में, वह बहुत फलता है; क्‍योंकि मुझ से अलग रह कर तुम कुछ भी नहीं रह सकते। 6यदि कोई मुझ में नहीं रहता, तो वह डाली की तरह फेंक दिया जाता है और सूख जाता है। लोग ऐसी सूखी डालियाँ बटोर लेते हैं और आग में झोंककर जला देते हैं। 7यदि तुम मुझ में रहो और मेरी शिक्षा तुम में बनी रहती है, तो चाहे जो माँगो, वह तुम्‍हारे लिए हो जाएगा।

यह मुझे हमेशा आश्चर्यचकित करता है कि आप फूलों के एक गुलदस्ते के लिए कितना खर्च करते हैं। सही है की वे अच्छे लगते हैं। और वे एक शक्तिशाली संदेश दे सकते हैं। फूल लोगों को खुशी देते हैं। लेकिन फिर कुछ ही दिनों में वे मर जाते हैं।

विश्व स्तर पर, फूल उद्योग एक सौ अरब डॉलर प्रति वर्ष से अधिक का है। और यह सब कुछ एक ऐसे उत्पादन के लिए जो आपको कुछ दिनों के लिए गर्माहट और खुशी का एहसास देता है, और फिर मर जाता है। सोचें तो इसका कोई मतलब नहीं निकलता, है ना? इसी तरह यीशु पर विश्वास रखना, और फिर एक ऐसा जीवन जीना जिसमे उसके लिए जगह ना हो। एक ऐसा जीवन जो काफी हद तक उससे अलग हो, ठीक उन फूलों की तरह जिन्हें उन जीवन देने वाले पौधों से काट दिया गया है जिनसे वे आए थे। यीशु ने इसे इस प्रकार रखा:

यूहन्ना 15:5-7 “मैं दाखलता हूँ और तुम डालियाँ हो। जो मुझ में रहता है और मैं उस में, वह बहुत फलता है; क्‍योंकि मुझ से अलग रह कर तुम कुछ भी नहीं रह सकते। 6यदि कोई मुझ में नहीं रहता, तो वह डाली की तरह फेंक दिया जाता है और सूख जाता है। लोग ऐसी सूखी डालियाँ बटोर लेते हैं और आग में झोंककर जला देते हैं। 7यदि तुम मुझ में रहो और मेरी शिक्षा तुम में बनी रहती है, तो चाहे जो माँगो, वह तुम्‍हारे लिए हो जाएगा। 

मसीह में जीवन जीने का अर्थ है –  उससे जुड़े हुए जीना  – प्रार्थना में, उसके वचन के माध्यम से उसे बोलते हुए सुनना, एक समृद्ध, गतिशील, जीवन देने वाला रिश्ता  – ताकि आप और मैं ऐसे फल पैदा कर सकें जिससे ये दुनिया बदल सके। हम जीवन को मरे हुए फूलों के गुच्छे की तरह या फिर बेल की फल देने वाली शाखा की तरह जी सकते हैं। चुनाव आपको करना है।

यह परमेश्वर का ताज़ा वचन है। आज …आपके लिए…।